जिला - बारां

(31) राजकीय आत्म निर्भर श्रेणी मन्दिर श्री अनन्तरामजी प्यारेरामजी बारां

लगभग 500 वर्ष पूराने इस ऐतिहासिक मंदिर का निर्माण कोटा रियासत के नरेशों द्वारा करवाया गया था। इस मंदिर के संत राघवगढ के राजकुमार थे जो कालांतर में एक महान संत के रुप में प्रसिद्ध हुए । मंदिर परिसर में बाबाओं की समाधि बनी है तथा मंदिर के ठीक सामने अन्तराम प्यारेराम जी की समाधि बनी हुई है। मान्यता है कि संत प्यारेरामजी यहां तपस्या करते थे । इन्ही के द्वारा भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति यहां स्थापित कराई गई जिस कारण उनके नाम से यह मंदिर प्रसिद्ध है। मंदिर का गर्भगृह, जगमोहन, चौक, बाहरी चौक एवं समस्त परिसर मार्बल व सेण्ड स्टोन पत्थर से बना हुआ है।