(49) राजकीय आत्मनिर्भर श्रेणी मंदिर श्री लक्ष्मण जी, डीग, भरतपुर
मंदिर परिचय एवं संक्षिप्त इतिहासः- तत्कालीन समय में रियासत के इष्ट देवता श्री लक्ष्मणजी महाराज थे। इसलिए भरतपुर सहित भरतपुर की पुरानी राजधानी कुम्हेर एवं नवीन राजधानी डीग में भी श्री लक्ष्मणजी महाराज का विशाल मंदिर का निर्माण तत्कालीन महाराज श्री जवाहर सिंह द्वारा कराया गया जो वास्तुशिल्प का उत्कृष्ट उदाहरण है। मान्यता के अनुसार डीग लक्ष्मण मंदिर मंे विराजमान श्री लक्ष्मणजी महाराज की मूर्ति पर सूर्य की पहली किरण पड़ने के कारण इसको ऊषा मंदिर भी कहा जाता है। मंदिर का गर्भगृह दूर से देखने पर रथ के समान दिखाई देता है। उक्त मंदिर डीग के मध्य मुख्य बाजार में बना हुआ है। मंदिर के बाहर डीग कस्बे के प्रमुख आयोजन रामलीला आदि होते है। मंदिर में श्री लक्ष्मण जी महाराज के साथ माता उर्मिला भी विराजमान हैं। यह मंदिर डीग कस्बे का प्रमुख धार्मिक केन्द्र है। ब्रज चौरासी कोस की यात्रा ब्रज क्षेत्र में प्रचलित है। यह मंदिर भी उक्त यात्रा के मार्ग में शामिल है |