(50) राजकीय आत्मनिर्भर श्रेणी मंदिर श्री लक्ष्मण जी, बड़ा बाजार, भरतपुर

मंदिर परिचय एवं संक्षिप्त इतिहासः- रामानुज सम्प्रदाय से संबंधित इस मंदिर में मुख्य विग्रह श्री लक्ष्मण जी एवं श्री उर्मिला जी की हैं। स्थापत्य कला से समृद्ध यह मंदिर राजस्थानी एवं हवेली शैली के तहत निर्मित है। मंदिर के जगमोहन की छतों व छज्जों तक पर कारीगरी कर उन्हें विभिन्न फूल-पत्तियों के आकार में उकेरा गया है। मंदिर के खम्बों पर बारीक कारीगरी है तथा शेष आधार पर कलात्मक वास्तु शिल्प निर्मित है। मंदिर के निर्माण की आधारशिला भरतपुर रियासत के तत्कालीन महाराजा श्री बल्देव सिंह जी द्वारा रखी गई थी तथा मंदिर का निर्माण कार्य महाराजा बलदेव सिंह जी के पुत्र महाराजा श्री बलवन्त सिंह जी ने अपने कार्यकाल में पूर्ण कराया तथा लक्ष्मण जी महाराज मय परिवार के मूर्ति स्थापना करवायी। तत्कालीन समय में रियासत के इष्ट देवता श्री लक्ष्मणजी थे। तथा इनके उपासक नागा साधुओं द्वारा कई बार युद्ध में भी यहां भरतपुर महाराजा की सहायता की थी। लक्ष्मण मंदिर शहर के बीचों-बीच अविस्थत है तथा लक्ष्मण मंदिर चौक शहर व्यस्ततम स्थल एवं गतिविधियों का केन्द्र है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि श्री लक्ष्मण जी के मंदिर संभवतः भरतपुर जिले में ही सर्वाधिक है।