जिला - कोटा
(28) राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार श्रेणी मन्दिर श्री डाढ देवी माताजी उम्मेद गंज कोटा
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कोटा शहर से लगभग 25 किमी दूर उम्मेदगंज जंगल में स्थित इस मन्दिर का निर्माण 10 वी शताब्दी के लगभग हुआ। कहावत अनुसार यह मूर्ति कैथून के मांगलिक राजा तंवर क्षत्रियों की आराध्य देवी थी जिसकी स्थापना तंवर क्षत्रियों ने की बाद में हाडा नरेशों ने इसे अपनी कुल देवी मानकर आराधना की जिस अनुसार नवरात्र में पंचमी को कोटा दरबार वर्तमान में भी पूजा करने जाते है। यह मन्दिर एक वर्गाकार मंच पर अवस्थित है जिसमें छत को सहारा देने वाले 12 खंभे लगे हुये है । प्रत्येक स्तंभ शेर और फूलों के पैटर्न की नक्काशी से सुसज्जित है। मन्दिर का गुम्बद गोल आकार का है जिसके शीर्ष पर कमल का फूल है। मन्दिर के सामने एक पवित्र जलकुण्ड जो आन्तरिक मन्दिर के नीचे से आने वाले पानी से अपने आप भरा रहता है। मान्यता है कि इस कुण्ड के पानी से डाढ का दर्द खत्म हो जाता है कुछ लोग इसके पानी को फसलों में कीडे लग जाने पर छिडकाव के लिये भी ले जाते है। मन्दिर पर वर्ष में दो बार देवस्थान विभाग द्वारा मेले का आयोजन किया जाता हैं जिसमें श्रृद्वालु अपनी मनौती की अर्जी लगाते है। |